दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि राज्यपाल एवं कुलाधिपति हरिभाऊ बागडे थे। समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में पंजाब के राज्यपाल एवं चंडीगढ़ प्रशासक गुलाबचंद कटारिया, उपमुख्यमंत्री एवं उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा तथा महिला अधिकारिता मंत्री प्रो. मंजू बाघमार उपस्थित रहीं। इस अवसर पर शोध निर्देशिका एवं इतिहास विभागाध्यक्ष प्रोफेसर प्रतिभा, कुलगुरु प्रो. भगवती प्रसाद सहित विश्वविद्यालय के प्राध्यापक, अधिकारी, कर्मचारी, शोधार्थी एवं दीक्षार्थी मौजूद रहे।
उल्लेखनीय है कि डॉ. आस्था महरिया ने इतिहास विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो. प्रतिभा के निर्देशन में “शेखावाटी क्षेत्र में विरासतीय पर्यटन : परिप्रेक्ष्य एवं संभावनाएं” विषय पर अपना शोध कार्य पूर्ण किया। अपने शोध में उन्होंने शेखावाटी क्षेत्र की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, पारिस्थितिकीय और विरासतीय धरोहरों का विस्तृत अध्ययन किया है। इसमें ऐतिहासिक सभ्यता स्थल, किले एवं महल स्थापत्य, हवेलियां, कुएं-बावड़ियां तथा ऐतिहासिक आश्रमों का विशद विवेचन शामिल है।
शोध प्रबंध में शेखावाटी की विरासत परंपरा के उद्भव और विकास क्रम का विश्लेषण करते हुए विरासतीय पर्यटन की अवधारणा, विरासत स्थलों के संरक्षण, संवर्धन और विकास से जुड़े नीतिगत उपायों के साथ-साथ विधिक संरक्षण जैसे मूल विषयों पर भी विस्तार से प्रकाश डाला गया है।

