▪︎ दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ (DUSU) चुनाव में इस बार राजस्थान की भागीदारी सबसे ज्यादा सुर्खियां बटोर रही है। एनएसयूआई ने अध्यक्ष पद के लिए जोधपुर की जोसलिन नंदिता चौधरी को उम्मीदवार बनाया है, जबकि उपाध्यक्ष पद पर अलवर के राहुल झांसला मैदान में हैं।
▪︎ राजस्थान के लिए यह गर्व का क्षण माना जा रहा है, लेकिन अध्यक्ष पद की प्रत्याशी जोसलिन को लेकर विवाद भी कम नहीं हैं।
▪︎ सूत्रों के अनुसार, जोसलिन का मूल नाम जीतू चौधरी था। बाद में नाम बदलकर जोसलिन नंदिता कर लिया गया। उनकी माता का नाम बेबी देवी बताया जाता है। आरोप है कि उन्होंने ईसाई धर्म अपनाया है और इसी कारण नाम परिवर्तन किया। यही जानकारी एबीवीपी के ग्रुपों में तेजी से फैलाई जा रही है।
▪︎ हालांकि धर्मांतरण के पुख्ता सबूत अब तक सामने नहीं आए हैं, लेकिन उनके शैक्षिक दस्तावेजों में पुराने नाम की मौजूदगी इस विवाद को हवा दे रही है।
▪︎ इधर, टिकट बंटवारे को लेकर भी असंतोष है। लंबे समय से सक्रिय उमांशी लांबा और गोपाल चौधरी को नजरअंदाज कर अचानक कुछ महीनों से सक्रिय जोसलिन को अध्यक्ष पद का उम्मीदवार बनाए जाने पर सवाल उठ रहे हैं।
▪︎ सच यह है कि धर्मांतरण हो या टिकट की सियासत—इन दोनों सवालों का जवाब केवल एनएसयूआई और जोसलिन ही दे सकते हैं।
 
