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मास्टर प्लान पर फूटा सियासी विवाद : माकपा–कांग्रेस गठबंधन में आई दरार, सीकर बंद से किनारे हुई कांग्रेस



लोकसभा चुनाव में गठबंधन कर जीत का परचम लहराने वाली माकपा और कांग्रेस के बीच अब दरार साफ नज़र आने लगी है. पंचायतीराज और निकाय चुनाव की आहट से ठीक पहले दोनों दलों के रिश्तों में तनाव बढ़ गया है। सूत्रों के मुताबिक इस तनाव की वजह शहर का विवादित और प्रस्तावित मास्टर प्लान 2023–2041 बना है.

बताया जा रहा है कि मास्टर प्लान के विरोध में पिछले दिनों आयोजित जनसभा में कांग्रेस के कई नेता खुलकर सामने आए थे लेकिन  आज बुलाए गए सीकर बंद से उन्होंने खुद को पूरी तरह दूरी बना ली.माकपा के नेताओं का कहना है कि मास्टर प्लान आमजन के हितों के खिलाफ है और इसको हर हाल में वापस लिया जाना चाहिए। वहीं कांग्रेस के कुछ नेता इसे “प्रशासनिक मामला” बताकर बचते नजर आ रहे हैं.

राजनीतिक जानकारों का मानना है कि निकाय और पंचायत चुनावों को देखते हुए कांग्रेस अब खुलकर सड़कों पर उतरने से बच रही है, ताकि शहरी वोट बैंक नाराज़ न हो. दूसरी ओर माकपा ने साफ कर दिया है कि यदि मास्टर प्लान वापस नहीं हुआ तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा.

स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर दोनों पार्टियां मिलकर आवाज उठाती तो सरकार पर दबाव बनता, लेकिन अब मतभेद के चलते मास्टर प्लान के खिलाफ चल रहे आंदोलन की धार कमजोर पड़ती दिखाई दे रही है.