बीकानेर। शहर में अवैध मॉल, मार्केट और विवाह भवनों का साम्राज्य तेजी से फैल रहा है। नियम-कायदों की धज्जियां उड़ाते ये भवन नगर निगम की नाक के नीचे संचालित हैं, लेकिन प्रशासन चुप्पी साधे है।
आरटीआई एक्टिविस्ट और अधिवक्ता मोहम्मद रफीक पठान द्वारा मांगी गई जानकारी में निगम ने खुद स्वीकार किया कि शिव प्लाज़ा और शिव मार्केट पूरी तरह अवैध हैं। इनके पास न निर्माण स्वीकृति है, न फायर सेफ्टी, न बिजली-पानी की वैध अनुमति। इसके बावजूद यहां धड़ल्ले से कारोबार हो रहा है।
शिव प्लाज़ा में बेसमेंट, जिसे पार्किंग के लिए तय था, दुकानों में बदल दिया गया है। फुटपाथ और सड़क पर कब्जा है। रेलिंग न होने से हादसे हो चुके हैं। वहीं शिव मार्केट तीन मंजिला है, लेकिन प्रवेश का केवल एक ही रास्ता है। न अग्निशमन सुविधा है, न पार्किंग। छत पर अवैध मोबाइल टावर लगाए गए हैं, जिनके रेडिएशन से आसपास के स्कूल और दुकानदारों को खतरा है।
बिजली चोरी और सब-मीटर से महंगे दामों पर सप्लाई आम है। दुकानदारों से 25-30 रुपये प्रति यूनिट तक वसूला जा रहा है। निगम ने माना है कि बीकानेर में करीब 75 विवाह भवन और कॉम्प्लेक्स भी अपंजीकृत हैं।
सूचना आयोग ने नगर निगम को फटकार लगाते हुए 30 दिन में जांच कर जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई करने का आदेश दिया है। सवाल यह है कि जब खुद निगम मान रहा है कि ये मॉल अवैध हैं तो इन्हें ढहाने की कार्रवाई क्यों नहीं हो रही?
शहर की सुरक्षा और यातायात व्यवस्था खतरे में है। अगर समय रहते सख्ती नहीं बरती गई तो बीकानेर किसी बड़े हादसे की ओर बढ़ सकता है।
— मोहम्मद रफीक पठान, बीकानेर