खैरथल : किशनगढ़बास थाना क्षेत्र की आदर्श नगर कॉलोनी में नीले प्लास्टिक ड्रम में मिले शव के सनसनीखेज मामले का सोमवार को पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया। पुलिस अधीक्षक मनीष चौधरी ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि हत्या में मृतक की पत्नी लक्ष्मी देवी उर्फ सुनीता और उसके प्रेमी जितेंद्र शर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों से सख्ती से पूछताछ करने पर उन्होंने जुर्म कबूल कर लिया।
प्रेम संबंधों में रोड़ा बन रहा था पति
पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया कि मृतक हंसराज (35) और उसकी पत्नी लक्ष्मी (31) के बीच घरेलू कलह चल रही थी। इसी दौरान लक्ष्मी के अवैध संबंध जितेंद्र शर्मा (36) से बन गए। दोनों ने हंसराज को रास्ते से हटाने की साजिश रची। इसके तहत आरोपी जितेंद्र ने हंसराज, लक्ष्मी और तीनों बच्चों को अपने मकान की छत पर बने कमरे में किरायेदार के रूप में रख लिया।
15 अगस्त की रात रची गई थी खौफनाक साजिश
योजना के अनुसार 15 अगस्त की रात तीनों ने शराब पी। नशा अधिक होने पर हंसराज बेहोश हो गया। इसी का फायदा उठाकर जितेंद्र उसकी छाती पर बैठ गया और तकिये से मुंह दबाकर हत्या कर दी, जबकि लक्ष्मी ने पति के पैर पकड़े रखे। हत्या के बाद शव को पहले एक चादर से लपेटा गया और फिर प्लास्टिक के नीले ड्रम में डालकर ऊपर नमक डाल दिया। इसके बाद दोनों तीनों बच्चों को लेकर फरार हो गए।
ईंट भट्टे पर पकड़े गए आरोपी
एसपी ने बताया कि आरोपियों को अलवर जिले के रामगढ़ क्षेत्र के अलावड़ा गांव स्थित कमल ईंट भट्टे से गिरफ्तार किया गया। दोनों वहां काम मांगने पहुंचे थे। ग्रामीणों को शक होने पर पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस को देख दोनों भागने लगे, लेकिन पीछा कर पकड़ लिया गया।
सोशल मीडिया से मिला 'ड्रम' का आइडिया
जांच में यह भी सामने आया है कि लक्ष्मी देवी सोशल मीडिया पर वीडियो बनाती थी और यूपी के मेरठ में हुई एक ड्रम कांड की खबर देखकर उसने यह तरीका अपनाने की योजना बनाई। हत्या से कुछ दिन पहले वह मकान मालिक मिथलेश से “पानी स्टोर” करने के बहाने ड्रम मांगकर लाई थी।
मृतक की पहचान नवादिया नवाजपुर (शाहजहांपुर, यूपी) निवासी हंसराज पुत्र खेमकरण के रूप में हुई है। एफएसएल टीम ने मौके से ड्रम, चादर और एक धारदार फर्सी सहित अहम साक्ष्य जब्त किए हैं। पुलिस ने बताया कि मृतक के तीनों बच्चों को बाल कल्याण समिति के माध्यम से उनके दादा को सुपुर्द कर दिया है।