सीकर : शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने बुधवार को लक्ष्मणगढ़ उपखण्ड के लालासी ग्राम पंचायत के बऊ धाम में सरोवर पूजन कर श्रमदान किया और पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। इस दौरान उन्होंने जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक में वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान को गति देने के निर्देश दिए। शिक्षा मंत्री ने तालाबों, बावड़ियों और एनिकटों की साफ-सफाई, मरम्मत और कैचमेंट एरिया से अतिक्रमण हटाने पर जोर दिया ताकि मानसून में जल संचयन बढ़ाया जा सके।
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि हमारे प्राचीन साहित्य में जल, अग्नि और वायु को भगवान का दर्जा दिया गया है। भारत में विश्व का मात्र 4 प्रतिशत शुद्ध जल है, जबकि जनसंख्या 16% है। राजस्थान में देश का 10.4 प्रतिशत क्षेत्र होने के बावजूद पानी केवल 1 प्रतिशत है। उन्होंने चिंता जताई कि 150 प्रतिशत की दर से भूजल दोहन हो रहा है। "पानी का दुरुपयोग मानवता के लिए खतरा है। हमें इसे संरक्षित करना होगा।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि पेड़ प्रदूषण रोकने में अहम हैं। राजस्थान में अमृता देवी के नेतृत्व में 363 लोगों ने पेड़ों के लिए बलिदान दिया था। उन्होंने पॉलीथीन के उपयोग को पूरी तरह बंद करने की अपील की, क्योंकि इससे हर साल 7.5 लाख लोग प्रभावित होते हैं। पंचायती राज विभाग ग्राम पंचायतों को साफ-सफाई के लिए हर माह 1 लाख रुपये दे रहा है। लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों को निलंबन की चेतावनी भी दी। उन्होंने बताया कि पिछले साल 7 करोड़ से अधिक पौधे लगाए गए और इस साल 10 करोड़ का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण केवल औपचारिकता नहीं, यह भावी पीढ़ियों को स्वच्छ व सुरक्षित पर्यावरण देने का प्रयास है।
खंडेला विधायक सुभाष मील ने गांवों के जोहड़ों और तालाबों में वाटर रिचार्जिंग स्ट्रक्चर बनाने की बात कही। धोद विधायक गोवर्धन वर्मा ने सामूहिक प्रयास से जल संरक्षण और पौधारोपण की जरूरत बताई। उन्होंने सुझाव दिया कि दोपहिया वाहन चालकों को 20, चारपहिया चालकों को 30 और एसी उपयोग करने वालों को अनिवार्य रूप से 50 पेड़ लगाने चाहिए।
वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान की जिला स्तरीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक में शिक्षा मंत्री ने जिला प्रशासन द्वारा जल संरक्षण कार्यों की प्रगति जानी। उन्होंने बावड़ियों, तालाबों और एनिकटों के कैचमेंट एरिया से अतिक्रमण हटाने और उनकी मरम्मत के लिए बजट की कमी न होने की बात कही।