डॉ. बेरवा ने कहा कि पिछली सरकार के दौरान पेपर लीक की घटनाओं ने युवाओं को बेरोजगार बनाया, जबकि मौजूदा डबल इंजन सरकार में प्रतियोगी परीक्षाएं पारदर्शी और समयबद्ध ढंग से आयोजित हो रही हैं। उन्होंने बताया कि अब तक प्रदेश में 90 हजार युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपे जा चुके हैं।
उपमुख्यमंत्री ने ‘राइजिंग राजस्थान’ पहल का उल्लेख करते हुए कहा कि सरकार ने 22 नीतियां बनाकर निवेश के लिए अनुकूल वातावरण तैयार किया, जिसके परिणामस्वरूप 35 लाख करोड़ रुपये के एमओयू हुए। भीलवाड़ा जिले में 518 एमओयू के तहत 18,802 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा हुई, जिनमें से 58 इकाइयों ने उत्पादन शुरू कर दिया है।
प्रवासी राजस्थान सम्मेलन को लेकर डॉ. बेरवा ने कहा कि इससे उद्योगपतियों को कर्मभूमि से मातृभूमि की ओर लौटने का अवसर मिलेगा। उन्होंने विश्वास जताया कि आने वाले समय में और निवेश प्रस्ताव धरातल पर उतरेंगे। भीलवाड़ा में उद्योगों के पलायन के सवाल पर उन्होंने कहा कि बिजली की समस्या को दूर किया जा रहा है। सरकार ने उत्पादन क्षमता बढ़ाई है और 2027 तक सभी जिलों को दिन में निर्बाध बिजली उपलब्ध कराई जाएगी। सौर ऊर्जा के क्षेत्र में भी तेजी से काम हो रहा है।
प्रेस ब्रीफिंग के दौरान उपमुख्यमंत्री की जुबान फिसली और उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के “देश की बागडोर संभालने” का उल्लेख कर दिया, जिसे बाद में प्रदेश में विकास कार्यों से जोड़ते हुए स्पष्ट किया।
एसीबी द्वारा दिव्या मित्तल से जुड़े मामले पर पूछे गए सवाल पर डॉ. बेरवा ने कहा कि सरकार किसी भी जांच से पीछे नहीं हटती। सरकार आमजन के हित में काम कर रही है और जांच पूरी होने के बाद ही तथ्य सामने आएंगे।
इस अवसर पर सांसद दामोदर अग्रवाल, जिला कलेक्टर जसमीत सिंह संधू, एसपी धर्मेंद्र सिंह यादव, भाजपा जिला अध्यक्ष प्रशांत मेवाड़ा, शाहपुरा विधायक लालाराम बेरवा, महापौर राकेश पाठक और शहर विधायक अशोक कोठारी मौजूद रहे।
