राकेश गुर्जर
राजस्थान के चूरू जिले के रतनगढ़ क्षेत्र के भाणूदा गांव में बुधवार दोपहर वायुसेना का एक ट्रेनी जगुआर फाइटर जेट क्रैश हो गया। हादसा इतना भीषण था कि विमान जलकर राख हो गया और पायलट व को-पायलट की मौके पर ही मौत हो गई। उनके शवों के सिर्फ टुकड़े ही मलबे के पास से बरामद किए जा सके।
हादसा दोपहर करीब 12:40 बजे हुआ, जब ग्रामीणों ने आसमान से गड़गड़ाहट की आवाज सुनी और फिर जोरदार धमाका हुआ।
चश्मदीद राजदीप बोले – “प्लेन बेकाबू हो चुका था। जमीन से टकराते ही तेज धमाका हुआ, आग लग गई और विमान टुकड़ों में बिखर गया।”
सूरतगढ़ से उड़ा था ट्रेनी जगुआर, टेक्निकल फॉल्ट की आशंका
सेना सूत्रों के अनुसार यह टू-सीटर ट्रेनी जगुआर जेट था, जो श्रीगंगानगर के पास सूरतगढ़ एयरबेस से उड़ा था। उड़ान के दौरान तकनीकी खराबी आने की आशंका है। शुरुआती रिपोर्ट्स के अनुसार, पायलट समय रहते इजेक्ट नहीं कर पाए।
चूरू एसपी जय यादव ने पुष्टि की कि राजलदेसर थाना क्षेत्र के भाणूदा गांव में प्लेन क्रैश हुआ है। मौके से दो शवों के क्षत-विक्षत अवशेष बरामद हुए है।
सेना ने शुरू की जांच, कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी गठित
भारतीय वायुसेना ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं। कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का गठन किया गया है, जो हादसे के कारणों का पता लगाएगी।
घटनास्थल पर वायुसेना का एक हेलिकॉप्टर भी लैंड कराया गया, जो राहत और बचाव कार्य में जुटा रहा। सेना और पुलिस के अधिकारी मौके पर मौजूद है।
पिछले 5 महीने में तीसरा जगुआर क्रैश
यह पिछले 5 महीनों में देश में तीसरा जगुआर फाइटर जेट क्रैश है। हर बार ट्रेनिंग के दौरान ही तकनीकी खामियों के चलते हादसे हुए हैं, जिससे वायुसेना की तैयारियों पर भी सवाल उठने लगे हैं।