जयपुर/नागौर/सीकर। राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की पीसीपीएनडीटी टीम ने नागौर के कुचामन में भ्रूण लिंग जांच के अवैध रैकेट का पर्दाफाश करते हुए एक दलाल को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) की एमडी डॉ. भारती दीक्षित के निर्देशन में हुई इस कार्रवाई में मंगलम अल्ट्रासाउंड सेंटर की मशीन सीज कर दी गई, जबकि डॉक्टर की भूमिका संदेहास्पद पाए जाने पर जांच शुरू हो गई है। यह एक पखवाड़े में टीम की तीसरी बड़ी कार्रवाई है, जिसने अवैध लिंग जांच के धंधे में हड़कंप मचा दिया।
ऐसे चला डिकॉय ऑपरेशन
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. हेमंत जाखड़ ने बताया कि पीसीपीएनडीटी टीम को सूचना मिली थी कि नागौर, सीकर और झुंझुनू में एक दलाल गर्भवती महिलाओं को कुचामन लाकर भ्रूण लिंग जांच करवाता है। सूचना की पुष्टि के लिए रेकी के बाद टीम ने डिकॉय ऑपरेशन की योजना बनाई। दलाल सुखराम पुत्र धन्नाराम जाट, निवासी भंवरपुरा, से संपर्क साधा गया और एक गर्भवती महिला को नकली ग्राहक बनाकर भेजा गया। सुखराम ने 70,000 रुपये लिए और महिला को कुचामन के सरकारी हॉस्पिटल मार्ग स्थित मंगलम अल्ट्रासाउंड सेंटर ले गया। जांच के बाद उसने कहा, "कोख में बेटा है... खाओ, पियो, मौज करो।" डिकॉय महिला के इशारे पर टीम ने उसे हिरासत में ले लिया।
डॉक्टर की भूमिका पर सवाल
मंगलम अल्ट्रासाउंड सेंटर के डॉ. बीआर बांता ने दलाल से किसी भी मिलीभगत से इनकार किया, लेकिन मामला संदिग्ध होने के कारण अल्ट्रासाउंड मशीन सीज कर ली गई। जांच में पाया गया कि गर्भवती महिला का एफ-फॉर्म नहीं भरा गया और पंजीकरण रजिस्टर में एंट्री भी नहीं थी। दलाल की पूछताछ और डिकॉय महिला से मिली जानकारी के आधार पर डॉक्टर की भूमिका की जांच पीबीआई थाना पुलिस कर रही है।
लिंग चयन के खिलाफ सख्ती
एनएचएम एमडी डॉ. भारती दीक्षित ने कहा, "लिंग चयन की बुराई को जड़ से खत्म करने के लिए हम हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। ऐसी कार्रवाइयां जारी रहेंगी ताकि हमारी लाडो को बचाया जा सके।" यह ऑपरेशन पीसीपीएनडीटी अधिनियम 1994 के तहत भ्रूण लिंग जांच और कन्या भ्रूण हत्या रोकने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। राजस्थान में लिंगानुपात सुधार के लिए सरकार लगातार सख्त कदम उठा रही है।
गुजरात-पंजाब में भी कार्रवाई
राजस्थान की पीसीपीएनडीटी टीम ने हाल ही में गुजरात के ईडर में 12 मई को डॉ. रौनक और दलालों शिल्पा व वीरभद्र के खिलाफ कार्रवाई की, जहां अल्ट्रासाउंड मशीन सीज की गई। इसके अलावा, 15 मई को पंजाब के अबोहर में 72 वर्षीय महिला दलाल शारदा देवी को गिरफ्तार किया गया, जो रिटायर्ड सरकारी नर्स थी और अवैध क्लिनिक चला रही थी। एक अन्य दलाल राजीव कुमार की तलाश जारी है।
पैसे के लालच में घिनौना कृत्य
हैरानी की बात है कि पैसे के लालच में लोग कन्या भ्रूण हत्या जैसे जघन्य अपराध में लिप्त हैं। पंजाब में पकड़ी गई 72 वर्षीय महिला दलाल के दो बेटे और दो बेटियां अच्छे पदों पर हैं, फिर भी वह इस गैरकानूनी धंधे में शामिल थी। समाज में बेटा-बेटी का भेद कम होने के बावजूद ऐसी मानसिकता चिंता का विषय है।
लिंगानुपात में सुधार की राह
राजस्थान में 2011 में प्रति 1000 पुरुषों पर 900 महिलाओं का लिंगानुपात था, जो अब बढ़कर 945 हो गया है। स्वास्थ्य मंत्री के निर्देश पर सोनोग्राफी सेंटरों का औचक निरीक्षण भी किया जा रहा है। पीसीपीएनडीटी टीम की लगातार कार्रवाइयां इस दिशा में सकारात्मक बदलाव ला रही हैं।