▪️अब्दुल रजाक पंवार
राज्य सरकार द्वारा नगर परिषद सीमा विस्तार के प्रारूप को हरी झण्डी दिखाने के बाद सीकर तहसील एवं नगर परिषद के कर्मचारी और अधिकारियों ने अब वाडों के पुनर्गठन और पुनर्सीमांकन का कार्य आरम्भ कर दिया हैं. हालांकि जिला कलक्टर ने वार्डों के पुनर्गठन एवं पुनर्सीमांकन के प्रारूप के अस्थायी प्रकाशन की जो तिथि 20 जनवरी तय की है, वह बढ़कर सम्भवतः 25 जनवरी हो सकती है, क्योंकि इस कार्य के लिए लगाए गए कार्मिकों ने पन्ना पैन ही उपखण्ड अधिकारी एवं नगर परिषद आयुक़्त की संयुक़्त मीटिंग में खोला हैं, नतीजतन निर्धारित मापदण्डों के अनुसार वार्डों का सीमांकन निश्चित करने के लिए कम से कम एक सप्ताह का समय और लगना तय है. इसके बाद 9 फरवरी तक प्रारूप का प्रकाशन होगा और फिर इस पर प्राप्त सुझावों एवं शिकायतों का निपटारा कर 31 मार्च, 2025 को अधिसूचना जारी की जाएगी.
13 वार्ड पर एक टीम
सीकर उपखण्ड अधिकारी के निर्देशानुसार नगर परिषद आयुक़्त शशिकांत शर्मा ने वार्डों के पुनर्गठन एवं पुनर्सीमांकन हेतु 25 कर्मचारी - अधिकारियों को यह कार्य सौंपा हैं. सम्पूर्ण कार्य पारदर्शी एवं नियम संगत होने के साथ समय पर पूरा हो इसके लिए प्रत्येक 13 वार्ड पर पांच कर्मचारी-अधिकारियों की टीम बनाई गई हैं. प्रत्येक टीम वार्डों के पुनर्गठन एवं पुनर्सीमांकन के लिए बनाए गए नियमों की पालना करते हुए अपने कर्तव्यों का निर्वहन करेगी.
गांवों की जनसंख्या जोड़ना-घटाना टेढी खीर
नगर परिषद आयुक़्त द्वारा वार्डों के पुनर्गठन एवं पुनर्सीमांकन के गठित कर्मचारी-अधिकारियों की टीम के सामने सबसे बड़ी चुनौती सीमा विस्तार क्षेत्र में शामिल किए गए सम्पूर्ण और आंशिक गांवों की जनसंख्या हैं। सूत्र बताते है सीमा विस्तार के प्रारूप में अंकित आबादी अंदाजन जोड़ी गई थी, लेकिन अब जब वार्डों का पुनर्गठन होना है तो इस आबादी का आधार ढूंढना थोड़ी टेढी खीर होगी.
आबादी शहर में और गांव में रह गए खेत
इस बीच चौंकाने वाली बात सामने आई है कि सीकर नगर परिषद सीमा विस्तार के लिए शहर की चारों दिशाओं में अवस्थित 9 गांव सम्पूर्ण एवं 14 गांव आंशिक रूप से शामिल किए गए हैं। मजे की बात है कि इस बदलाव के कारण अब नानी एवं ढाणी नाथावतपुरा का आबादी क्षेत्र शहर में और खेत खलिहान ग्राम पंचायत क्षेत्र का हिस्सा होंगे.
2011 की जनसंख्या आधार
बता दें कि सीकर नगर परिषद सीमा क्षेत्र के वर्तमान 65 वार्डों को निर्धारित मानकर वर्ष 2011 की जनसंख्या के अनुसार वार्डों का पुनर्गठन एवं पुनर्सीमांकन होगा। इसमें वार्ड एन्टी क्लाक वाइज बनाए जाएंगे और मुख्य सड़क को पार नहीं करते हुए टीम को यथा सम्भव काल्पनिक रेखा से गुरेज करना होगा. इसी तरह आबादी ब्लॉक के साथ भी नियमों के विपरीत किसी प्रकार की छेड़छाड़ नहीं होगी.