जयपुर :झालावाड़ जिला पुलिस अधीक्षक अमित कुमार के नेतृत्व में बकानी पुलिस ने वन विभाग के कर्मचारियों के साथ मारपीट, राजकार्य में बाधा और जातिगत अपमान करने के गंभीर मामले में बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस टीम ने इस वारदात को अंजाम देने वाले पिता-पुत्र सहित तीन मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
एसपी अमित कुमार ने बताया कि घटना 08 दिसंबर की रात 9 बजे रीछवा नाका, बकानी की है। वनपाल अरुण कुमार शर्मा द्वारा दर्ज कराई गई रिपोर्ट के अनुसार तकनीकी सहायक मोहन जब नाके पर पहुँचे, तो प्रेमचंद लोधा और रायसिंह शराब के नशे में वहाँ मौजूद थे। प्रेमचंद ने नशे की हालत में मोहन से न सिर्फ गाली-गलौज की और जान से मारने की धमकी दी, बल्कि उन्हें नाली में भी धक्का दे दिया। जब वनरक्षक रतिराम मीणा बीच-बचाव के लिए पहुँचे तो आरोपी प्रेमचंद ने उनके साथ भी अभद्र व्यवहार किया और जातिसूचक अपमानित शब्दों का प्रयोग किया।
तीनों वनकर्मी अरुण शर्मा, मोहन गुर्जर, रतिराम मीणा निजी वाहन से रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए रवाना हुए। नाके से लगभग डेढ़ किलोमीटर दूर, पीछे से आई एक ईको गाड़ी ने उनके वाहन को ओवरटेक कर रोक लिया। इस गाड़ी में मुख्य आरोपी प्रेमचंद लोधा, उसका भाई मोहनलाल लोधा, पिता मांगीलाल लोधा और चार-पांच अन्य व्यक्ति सवार थे। इन हमलावरों ने लाठी-डंडों से स्टाफ पर जानलेवा हमला कर दिया। मोहन गुर्जर के सिर पर गंभीर वार किया गया जिससे खून बहने लगा, जबकि वनपाल अरुण शर्मा के सिर और हाथ-पैरों पर गंभीर चोटें आईं।
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी कुमार के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भागचंद मीणा और वृत्ताधिकारी हर्षराज सिंह खरेडा के निर्देशन में थानाधिकारी रामेश्वर प्रसाद के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए हमले के मुख्य आरोपी प्रेमचंद लोधा (23), उसके पिता मांगीलाल लोधा (57) और दीवानचंद लोधा (25) निवासी बरखेड़ी थाना रटलाई को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की।
इस घटना में प्रयुक्त वाहन ईको को भी जब्त कर लिया गया है। पुलिस फिलहाल मामले में शामिल अन्य फरार आरोपियों की तलाश कर रही है।

